आखिर गाँजा दिमाग में करता क्या है? क्यू लोग आदी हो जाते हैं?
सुशांत सिंह राजपूत के केस के बाद NCB बॉलीवुड में ड्रग्स के मामले मे सक्रिय है, आइए समझते है इनमे से एक, गाँजा के बारे में।
हाल ही कॉमेडियन भारती सिंह और उनके पति हर्ष लिम्बाचिया को NCB द्वारा ड्रग्स मामले में गिरफ्तार किया गया है। इससे पहले आभिनेत्री रिया चक्रवर्ती, दीपिका पादुकोण, रकुल प्रीत, सारा अली खान, श्रद्धा कपूर का नाम भी ड्रग्स मामले में आ चुका है।

आखिर ड्रग्स, चरस, गाँजा, दिमाग मे क्या करता है कि लोग ड्रग्स के आदी हो जाते है। क्यूं नशे का सेवन करके लोग खुशी महसूस करते है। इसे वीड, मेरुआना के नाम से भी जाना जाता है। गाँजा या वीड केनेबिस के पौधे से प्राप्त की जाती है। केनेबिस के पौधे में कुछ विशेष प्रकार के केमिकल होते है जिन्हे Cannabinoids कहा जाता है। केनेबिस के पौधे मे 100 से ज्यादा तरह के cannabinoids पाए जाते है। इनमे से 2 विशेष होते है टीएचसी तथा सीबीडी। THC को Tetrahydrocannabinol के नाम से जाना जाता है।
गाँजा या चरस से जो नशा महसूस होता है वो THC के’कारण ही होता है। CBD नशा नहीं करता यह THC के विपरीत होता है अर्थात यह THC के साइको ऐक्टिव प्रभाव को कम करता है। THC की मात्रा ही decide करती है की किस व्यक्ति को कितना नशा चढ़ता है। हमारा सोचना समझना तथा अन्य क्रियाकलाप दिमाग के द्वारा होता है। यह सब कार्य दिमाग न्यूरॉन्स की सहायता से करता है। न्यूरॉन्स में Cannabinoid Receptor पाए जाते हैं यानि ऐसी जगह जहां ये Cannabinoid फिट हो जाते हैं। इन्ही मे से कुछ Receptor पर आकर THC बैठ जाते हैं।इससे हमारे शरीर में एक Cannabinoid बनता हैं जिसे Anandamide कहते हैं। जब गांजे का सेवन किया जाता है तो ये cannabinoid रक्त से होकर दिमाग तक पहुंचता है। दिमाग के जिन भागों मे cannabinoids Receptor की मात्रा अधिक होती है वहाँ ज्यादा असर होता है। जब CBD तथा THC दिमाग में जाते है तो यह दिमाग की Functionality को प्रभावित करते हैं जैसे coordination, शॉर्ट टर्म मेमोरी, decision मैकिंग, लर्निंग,pleasure आदि महसूस करते है।