अनार खाने के फायदे और नुकसान- Anar benifits and Side effectts in Hindi 2021
Anar खाने के क्या फायदे है? अनार में कौन से पोषक तत्व पायें जातें है. इसके जूस पीने के क्या फायदे है ? अनार खाने के क्या नुकसान होते है. यह कहाँ पाया जाता है? यह कब खाना चाहिये. इस सभी प्रश्नों के उत्तर आप को हम इस आर्टिकल में देंगे.
अनार हमारे लिए बहुत फायदेमन्द है. इसको सभी मर्ज के दवा कहा जाता है. इसके ना केवल दाने बल्कि इसका छिलके, तना, पत्ते भी लाभदायक है. इसका पुरा पेड़ ही औषधीय गुणों से भरा हुआ है. अनार में इतनें फायदे है की हमें जानना जरुरी है.

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अनार खाने के फायदे, उपयोग और नुकसान
अनार का वनस्पतिक नाम/ Scientific name “Punica granatum (प्यूनिका ग्रैनेटम्)” है. हिंदी में अनार , इंग्लिश में Pomegranate, संस्कृत में दाडिम कहते है. यह भारत के साथ साथ लगभग पुरे विश्व में पाया जाता है.
anar एक चमत्कारी फल है. जिसमें बहुत से औषधीय गुण है. जो हमारे शरीर के लिए बहुत लाभदायक है. यह बाहर से कठोर होता है, इसके दाने रसीले होते है, जिसमें बीज होते है. अक्सर डॉक्टर हमे अनार खाने के सलाह देते है.
हमे anar ke fayde के साथ साथ anar के नुकसान, पोषक तत्व, औषधीय गुण और उपयोग करने के तरीके के बारे में पता होता चाहिये. सबसे पहले हम आप को आनर के पोषक तत्व के बारे में बताते है.
आनर के पोषक तत्व
हम आप को अनार के पोषक तत्व 100 ग्राम में बता रहे है. (Sources : https://fdc.nal.usda.gov )
पोषक तत्व | मात्रा |
वाटर | 77.93 gm |
एनर्जी | 83 Kcal |
प्रोटीन | 1.67 g |
कार्बोहाइड्रेट | 18.7 g |
फाइबर | 4 g |
शुगर | 13.67 g |
कैल्शियम | 10 mg |
आयरन | 0.3 mg |
मैग्नीशियम | 12 mg |
पोटैशियम | 236 mg |
विटामिन सी | 10.2 mg |
विटामिन बी-6 | 0.075 mg |
विटामिन ई | 0.6 mg |
फैटी एसिड (सैचुरेटेड) | 0.12 g |
अनार के औषधीय गुण
औषधि वह पदार्थ होता है, जो हमारे शरीर में एक निश्चित मात्रा में चाहिये होता है और निश्चित प्रभाव दिखता है. औषधियाँ रोगों के इलाज में बहुत फायदेमन्द है. पहले यह सिर्फ पेड़-पौधों, जीव जंतुओं, जडीबुटी या आयुर्वेद से हे प्राप्त होती थी, परन्तु आजकल औषधीय गुणों वाले तत्व को रसायन विज्ञान लैब में बनाया जानें लगा है. इसलिए यह प्राकृतिक के साथ साथ कृत्रिम भी हो गया है.
हमें प्राकृतिक औषधीय गुणों ही ग्रहण करनें चाहिये. अनार के औषधीय गुणों से भरपूर है. जैसे –
- एंटीकैंसर (कैंसर के प्रभाव को कम करने वाला),
- Antioxidant एंटीऑक्सीडेटिव (मुक्त कणों को नष्ट करने वाला),
- एंटीहाइपरटेंसिव (ब्लड प्रेशर को कम करने वाला),
- एंटीवायरल (वायरस के प्रभाव को कम करने वाला),
- एंटीइन्फ्लेमेटरी (सूजन कम करने वाला),
- एंटीडायबिटिक ( ब्लड शुगर को नियंत्रित करने वाला),
- एंटीमाइक्रोबियल (सूक्ष्म बैक्टीरिया को नष्ट करने वाला),
- एंटीट्यूमर (ट्यूमर को बढ़ने से रोकने वाला),
- एंटीपैरासिटिक (परजीवियों को नष्ट करने वाला),
- एंटीहाइपरटेंसिव (ब्लड प्रेशर को कम करने वाला) ,
- एंटीफंगल (फंगस को खत्म करने वाला),
- एंटीप्लाक (दांतों पर जमा प्लाक को हटाने वाला),
- एंटीप्रोलीफरेटिव (घातक कोशिकाओं को बढ़ने से रोकने वाला),
- एंटीट्यूमर (ट्यूमर को बढ़ने से रोकने वाला),
- एंटीएथीरियोजेनिक (धमनियों में वसा के जमाव को रोकने वाला).
भरपूर गुणों के कारण ही डॉक्टर इससें खाने की सलाह देते है.
Anar कहाँ पाया जाता है?
अनार भारत में लगभग हर जगह पाए जाते हैं। यह दुनिया के गर्म जगह पर पाया जाता है। स्वास्थ्य की नजर से यह एक महत्त्वपूर्ण फल है।भारत में anar के पेड़ अधिकतर उत्तर प्रदेश, हरियाणा, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, महाराष्ट्र, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु और गुजरात में पाए जाते हैं.

इसकी खेती भी बहुत होती है। अकसर हमारें घरो और खेतों में इसकें पेड़ लगे होते है. विदेशो में ईरान एवं अफगानिस्तान में भी इसकी की खेती होती है। विश्व में , भारत अनार के उत्पादन में पहले नंबर पर है.
अनार खाने के फायदे
यह बड़ा लाभकारी फल है. यदि हम किसी भी फल को खाते है तो हमे उसके गुणों का पता होना चाहिये. हम अनार खा रहे हैं तो पता होना चाहिये की anar ke fayde kya hai.
प्रतिरोधक (Immunity) क्षमता बढ़ाए
अनार में एंटीऑक्सीडेंट (मुक्त कणों को नियंत्रण (Control), एंटीबैक्टीरियल (सूक्ष्म बैक्टीरिया को नष्ट करने वाला) व एंटीवायरल (वायरस के प्रभाव को कम करने वाला) तत्व पाये जाते है . ये गुण रोग प्रतिरोधक क्षमता यानि immunity system को बढ़ाते हैं।
ये गुण मौजूद होने के कारण यह हमे विभिन्न तरह के बैक्टीरिया व वायरस से लड़ने में मदद करता हैं। हमेशा कम प्रतिरोधक क्षमता वाले लोगो को इसका सेवन करना चाहिये । यह हमें कमजोर प्रतिरोधक क्षमता के कारण होने वाली अन्य बीमारियों से बचाने में भी मदद करता है. इसलिए हमें अनार का नियमित सेवन करना चाहिये.
कैंसर में बचाव करने में मददगार
अनार में पॉलीफिनोल्स (Polyphenols) micronutrients पाया जाता है. जिसमे एंटीकैंसर गुण होते है। इसमें मौजूद पॉलीफिनोल्स कैंसर पैदा करने वाले घातक ट्यूमर के विकास को कम करते है।
वहीं, अनार का एंटीकैंसर गुण प्रोस्टेट कैंसर से बचाने में प्रभावी होते है । इसलिए Anar का उपयोग कैंसर से बचने में किया जा सकता है। अनार कैंसर की रोकथाम में सहायक है, सम्पूर्ण इलाज नही करता है. फिर भी आप को किसी तरह का कैंसर है तो डॉक्टर से सम्पूर्ण इलाज करवाए. यह एक गंभीर बीमारी है.
हार्ट अटैक के खतरे को कम करे
हार्ट अटैक ज्यादातर कॉलेस्ट्रोल के कारण आता है. अनार के खाने से शरीर में कॉलेस्ट्रोल नही बनता. हमारे दिल में जब पर्याप्त खून नही जा पाता, तब हार्ट अटैक आता है. क्योकि कॉलेस्ट्रोल दिल की धमनियों में फैट को पैदा कर देता है और धीरे-धीरे यह फैट ब्लॉकेज बन जाता है. हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है. इसमें एंटीएथीरियोजेनिक (धमनियों में वसा के जमाव को रोकने वाला) गुण पाया जाता है. जिससे अटैक का खतरा कम हो जाता है.
तनाव को कम करे
यदि आप कोई ऐसा काम करते है जिससे दिन भर तनाव बना रहता है तो आप को अनार का सेवन जरुर करना चहिये. यह तनाव को कम करता है. आप को अनार का नियमित सेवन करना चाहिये. Anar हमारें चिडचिडापन, गुस्सा, थकान को भी कंट्रोल करता है.
पाचन तंत्र ठीक करे
अगर आप का पाचन तंत्र ठीक न हो और आप को अकसर पेट खराब या दस्त लगते है. तो आप को रोजाना अनार खाना चाहिये. इसमें फाइबर व अन्य जरूरी पोषक तत्व मौजूद है, जो हमारे पाचन को ठीक करते है. यह कब्ज जैसी समस्या से भी राहत दे सकते है. आप anar की पत्तियो को पानी मे ऊबाल कर या चाय में डाल कर पि सकते है. अनार का ठीक ढंग से सही समय पर सेवन किया जाये तो आप की पाचन प्रक्रिया को बिलकुल ठीक कर सकता है.
डायबिटीज नियंत्रण में मददगार
डायबिटीज यानी बल्ड शुगर बढ़ने की समस्या में अनार फायदेमंद साबित होता है. क्योकि इसमें कुछ एसिड मौजूद होते है जिस वजह से यह अपना एंटीडायबिटिक (ब्लड शुगर कम करने वाला) गुण प्रदर्शित करता है. इसमें मौजूद शुगर भी ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में मदद करता है. इसलिए डायबिटीज के मरीज को anar का सेवन करना चाहिये.
हड्डियों को मजबूत करे
आप को जोड़ों और हड्डियो के रोगों से आराम पाने के लिए इसका सेवन करना चाहिये. इसमें एंटीइंफ्लेमेटरी (reduces inflammation or swelling) गुण पाया जाता है , जो अर्थराइटिस जैसी बीमारी में फायदेमंद है. इससे जोड़ों में दर्द और सुजन में कमी आती है.
ब्लड प्रेशर को करे कंट्रोल
अनार में एंटीऑक्सीडेंट(मुक्त कणों को नियंत्रण) और एंटीइंफ्लेमेटरी reduces inflammation or swelling) गुण के साथ साथ ही इसमें एंटीहाइपरटेंसिव (रक्तचाप को नियंत्रित करने वाला गुण) भी पाया जाता है। इस वजह से ब्लड प्रेशर को control करने में यह फायदेमंद है। यह अच्छे कोलेस्ट्रॉल को बनाने में मदद करता है और खराब कोलेस्ट्रॉल को शरीर से खत्म करता है.
त्वचा के लिए लाभदायक
अनार खाने से आप को सुंदर, बेदाग त्वचा मिलती है साथ ही, त्वचा संबंधित सूजन, त्वचा पर बढ़ती उम्र का प्रभाव/ झुरिया और बैक्टीरियल इन्फेक्शन को दूर करने में सहायक है। क्योकि इसमें विटामिन सी और एंटी ऑक्सीडेंट मौजूद है. वहीं, अन्य तत्व बढती उम्र की प्रक्रिया को धीमा करते है.
दिमाग को करे तेज
इसमें ऐसे तत्व मौजूद है जो हमारी स्मरण शक्ति को बढ़ाते है. इसके साथ साथ हमारी भूलने की बीमारी जैसे विकारो को कम करता है. जिससें हमारा दिमाग तेज होता है. बढती उम्र से दिमाग सम्बंदित समस्यों को भी कम करने में सहयक है.
सभी लोग चाहते है की उनकों सब कुछ याद रहे खास कर विधार्थी अपने एग्जाम के लिए. आप अनार के सेवन को नियमित सुबह खाली पेट सेवन करो तो ज्यादा फायदेमन्द होता है.
एनीमिया में लाभदायक
anar हमारे शरीर में लौह की कमी को पुरा कर, हमारे RBC ( रेड ब्लड सेल) को बढाता है RBC सेल शरीर में सभी अंगों तक ताजा ऑक्सीजन को पहुंचाने का काम करते हैं. अनार में विटामिन सी होने से यह लौह के अवशोषण में सहायक है. इसलिए यह एनीमिया पीड़ितों के लिए बहुत लाभदायक है.
यौन क्षमता को बढ़ाने में सहायक
इरेक्टाइल डिस्फंक्शन जिसे आम बोलचाल की भाषा में नपुंसकता भी कहते हैं. यह नसों में ढीलेपन के कारण पुरुष की यौन क्षमता को प्रभावित होती है।यह समस्या आमतौर पर 40 साल से अधिक उम्र के पुरुषों में ज्यादा देखी जाती है। ऐसी समस्या से ग्रस्त व्यक्तियों को अनार का सेवन करना चाहिये. यह यौन क्षमता बढाने में लाभकारी है.
फंगस और बैक्टीरिया से बचाएं
अनार के बीज और इसके छिलके में एंटीफंगल (फंगस को नष्ट करने वाले) गुण मौजूद होते हैं। जो हमें फंगस से बचाते है. वही इसके जूस में एंटीमाइक्रोबियल (सूक्ष्म बैक्टीरिया को नष्ट करने वाला) गुण मौजूद होता है। जिस के कारण anar सूक्ष्म बैक्टीरिया के प्रभाव को कम करता है. अनार के छिलके, बीज और जूस सब लाभकारी है.

अनार खाने के नुकसान
सभी फलों को हम हमारी सेहत के लिए वरदान मानते है. परन्तु यह कभी कभी नुकसानदायक भी हो सकते है. यह सुनने कर आप को आश्चर्य हो रहा होगा , मगर यह सच है. आइए हम anar के नुकसान के बारे में जानते है.
- यदि आप की तासीर ठंडी है तो आप को anar का सेवन नही करना चाहिये.
- यह हाई ब्लडप्रेशर में लाभदायक है, यदि आप low ब्लडप्रेशर में मरीज़ है तो आप को नुकसान दे सकता है.
- आप को कोई एलर्जी है तो डॉक्टर के सलाह के बाद ही anar खाए.
- मानसिक समस्या या एड्स होने पर यह नुकसान कर सकता है.
इसलिए आप जब भी फल खाए, सीमित मात्रा में ही इसके फायदे और नुकसान देख कर ही खाए.
अनार खाने का सही तरीका
वैसे आम तौर पर फल को सुबह के समय खाया जाता है. morning में उठने के बाद नाश्ते से आधा घंटा पहले या नाश्ते के साथ फल को खाने से ऊर्जा मिलती है.
नाश्ते में अनार खाना ज्यादा फायदेमन्द
अनार में पर्याप्त मात्रा में शुगर और विटामिन मौजूद होते है. इसलिए सुबह के वक्त anar खाना हमारी सेहत के लिए सबसे ज्यादा फायदेमंद होता है. आप अपने दिन की शुरुवात पौष्टिक तत्व से कर रहे हैं। इसमें उपस्थित शुगर हमे पर्याप्त ऊर्जा देता है, वैसे सुबह हमेशा राजा की तरह खाना चाहिये.
दोपहर को खाए अनार
दोपहर के खाने के बाद आप अनार का सेवन कर सकते हैं। ऐसा करने से आप का पेट बार हुआ रहेगा और आप को कुछ और खाने की जरूरत नही पड़ेगी। इससें आप बहार का जंक फ़ूड खाने से भी बच जाओगे.
रात को अनार का सेवन न करें
रात के वक्त हमारा उपापचय (मेटाबॉलिज्म) काफी धीमा होने के वजह से हमे अनार का सेवन कभी भी रात को नहीं करना चाहिए. anar में फाइबर मौजूद होते है , जो हमारे लिए पचा पाना मुश्किल होता है. इतना ही नहीं रात में , इसमें मौजूद शुगर हमारे शरीर द्वारा फैट में बदल सकती है. इसलिए रात से समय anar का सेवन करने से बचे.
आपको हमारा यह आर्टिकल अनार के फायदे और नुकसान कैसा लगा, या इसके बारे में आपके भी कोई विचार हैं तो नीचे कमेन्ट बॉक्स में जरूर बताएं।
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